राजस्थान की स्वाति नोखवाल जिन्होंने यूपीएससी परीक्षा फर्स्ट अटेम्प्ट में कलियर की थी और आईआरएस अधिकारी बनी थी उन्होंने ड्यू से अपनी ग्रेजुएशन डिग्री हासिल की थी यूपीएससी क्लियर होने के बाद में आज हम आपको बताएंगे कि उन्होंने किस प्रकार से पढ़ाई की थी और किस प्रकार से उनको नौकरी मिली।
संघ लोक सेवा आयोग यूपीएससी की तरफ से प्रत्येक साल समय-समय पर सिविल सर्विसेज की परीक्षा आयोजित करवाई जाती है परीक्षा पास करने के बाद चयनित अभ्यर्थियों को उनकी रैंक के अनुसार अधिकारी पद दिए जाते हैं जैसे आईएएस आईपीएस आईएफएस आईआरएस समेत अन्य पद शामिल है यूपीएससी एक ऐसी परीक्षा है जो देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है।
देश में समय-समय पर होने वाली परीक्षा के लिए लाखों उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाते हैं और फॉर्म भरते हैं लेकिन उनमें से सफलता नाम मात्र को ही मिलती है जो सफल होते हैं वह बहुत ही ज्यादा मेहनत करते हैं ऐसी ही एक कहानी आज हम आपको बताने जा रहे हैं जिनमें स्वामी नोखवाल का नाम भी शामिल है उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर इंडियन रिवेन्यू सर्विसेज के पद हासिल किया साल 2016 में उन्होंने यह परीक्षा पास की थी जिसमें उन्होंने 766 भी रैंक हासिल की थी।
स्वामी नोखवाल राजस्थान के श्रीगंगानगर की रहने वाली है उनके पिता भारतीय रेलवे में ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर है यानी वह एक मध्यम परिवार से आती है और उनकी मां एक सरकारी स्कूल में अध्यापिका है स्वाति नोखवाल जी ने अपनी स्कूली शिक्षा श्रीगंगानगर के प्राइवेट स्कूल से पूरी की है उन्होंने 12वीं कक्षा में 90% हासिल किए हैं स्कूली शिक्षा की अपनी पूरी पढ़ाई करने के बाद में उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के दौलत राम कॉलेज से ग्रेजुएशन के लिए पढ़ाई शुरू की और उसके बाद में 2015 में अपनी डिग्री पूरी की।
ग्रेजुएशन के दौरान उन्होंने अपनी तैयारी यूपीएससी के तौर पर शुरू कर दी यानी कि यूपीएससी की तैयारी ग्रेजुएशन में ही उन्होंने शुरू कर दी थी जिसके बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज के लिए पहली परीक्षा 2016 में दी थी और पहले प्रयास में उन्होंने यूपीएससी क्लियर कर लिया।
UPSC Clear 1st Attempt Check
स्वाति नोखवाल जी प्रीलिम्स परीक्षा के लिए रोजाना 6 से 7 घंटे तक पढ़ाई करती थी फ्री क्लियर होने के बाद में उन्होंने मेंस के लिए पढ़ाई का समय बढ़ा दिया था उन्होंने मेंस की तैयारी प्रतिदिन लगभग 8 से 10 घंटे तक की थी रिपोर्ट के मुताबिक यह भी माना जाता है कि वह 2016 में यूपीएससी परीक्षा पास करने वाले सबसे कम उम्र के उम्मीदवारों में से भी एक थी उनका कार्यकाल बहुत ही शानदार है वह वर्तमान में हरियाणा के हिसार में डिप्टी कमिश्नर सीजीएसटी के पद पर कार्यरत हैं।