विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी की तरफ से आज 16 जनवरी को एक बड़ा फैसला लेते हुए राजस्थान की तीन यूनिवर्सिटी में पीएचडी के कोर्स पर बैन लगा दिया है इस संबंध में यूजीसी के द्वारा आधिकारिक नोटिस जारी किया है जिसमें यूजीसी ने राजस्थान के तीन विश्वविद्यालय पर पीएचडी में दाखिले के लिए अगले 5 साल तक प्रतिबंध लगाया है।
यूजीसी के द्वारा लगातार शिक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए और फर्जी डिग्री को रोकने के लिए कई यूनिवर्सिटीज को बैन किया जा रहा है यूजीसी को लगातार पीएचडी की फर्जी डिग्री को लेकर शिकायत मिल रही थी ऐसे में आयोग के द्वारा एक विशेष समिति का गठन किया गया था उन्होंने जांच शुरू की जांच में राजस्थान की तीन यूनिवर्सिटीज पर यूजीसी पीएचडी नियमों के प्रावधानों और पीएचडी डिग्री प्रदान करने के नियमों में उलंघन और मापदंडों का पालन नहीं करना पाया गया है जिसके बाद में विश्वविद्यालय को यह बताने का अवसर दिया गया कि वह यूजीसी पीएचडी नियमों के प्रावधानों का पालन करने में विफल क्यों है लेकिन विश्वविद्यालय से प्राप्त प्रतिक्रिया संतोषजनक नहीं पाई गई है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की तरफ से यूजीसी ने इन तीनों विश्वविद्यालय को अगले 5 वर्ष तक यानी एकेडमिक ईयर 2025 26 से लेकर 2019-30 तक एचडी प्रोग्राम के तहत दाखिला करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
ओपीजेएस विश्वविद्यालय, चूरू, राजस्थान
सनराइज विश्वविद्यालय, अलवर, राजस्थान
सिंघानिया विश्वविद्यालय, झुंझुनू, राजस्थान
स्टैंडिंग कमेटी की सिफारिश पर यूजीसी ने यह बड़ा फैसला लिया है तीनों विश्वविद्यालय को अगले 5 साल यानी शैक्षणिक वर्ष 2025 26 से लेकर 29 30 तक एचडी कार्यक्रमों में आवेदन करने और नामांकन करने से प्रतिबंध किया गया है इसके साथ इन विश्वविद्यालय प्रबंधन को भी तत्काल प्रभाव से पीएचडी छात्रों का नामांकन बंद करने का निर्देश भी दिया गया है यूजीसी नोटिस के अनुसार ओपीजेएस विश्वविद्यालय, चूरू, सनराइज विश्वविद्यालय, अलवर, सिंघानिया विश्वविद्यालय, झुंझुनू, यूनिवर्सिटी को बैन किया है यूजीसी के एचडी नियमों का पूरा नहीं करने के मामले में नोटिस भी जारी कर दिया गया है।
UGC Bans three Universities Rajasthan Check
UGC ने राजस्थान की तीन यूनिवर्सिटी पर लगाया बैन का नोटिस यहां से देखें