सरकार की तरफ से नई गाइडलाइन जारी की है अगर आप ड्राइविंग करते हैं और कई जगह आप आपातकालीन वाहनों को रास्ता नहीं देते हैं तो अब आपका ₹10000 का चालान और 6 महीने की सजा दी जा सकती है सरकार ने नया नियम बनाया है जिसके तहत आपातकालीन वाहनों के वकायदा नाम भी बताए हैं जिसकी जानकारी नीचे दी गई है।
आज के समय में आपातकालीन वाहन एक इमरजेंसी के साधन है कई बार देखा गया है कि लोग आपातकालीन वाहन को साइड नहीं देते हैं और हूटर बजाने के बावजूद इसे रास्ता नहीं देते हैं ऐसी स्थिति में उनकी गाड़ी पर भारी चालान करने का सरकार की तरफ से प्रावधान रखा गया है अगर आप भी ऐसा करते हैं या आपने ऐसा कभी किया है तो आज ही इसके बारे में जान ले ताकि आगे आपको कोई भी परेशानी नहीं हो।
यह बिल्कुल सही है अगर आप ड्राइविंग के दौरान आप आपातकालीन वाहनों को रास्ता नहीं देते हैं तो ऐसा करना गंभीर अपराध माना जाता है और इसके लिए आपसे भारी जुर्माना लिया जाएगा यह नियम इसलिए बनाया गया है क्योंकि एंबुलेंस में अक्सर गंभीर रूप से बीमारियां घायल व्यक्ति होता है जिसे जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाना जरूरी होता है जिससे तेजी से इलाज मिल सके।
सड़क पर परिवहन चलाते समय मानवता और धैर्य का परिचय देना चाहिए सरकार की तरफ से कई और वाहनों का नाम भी दिया गया है जिसमें बताया गया है कि इन वाहनों को आपका रास्ता देना जरूरी है आपातकालीन वाहनों को हमेशा रास्ता देना चाहिए ज्यादातर लोग कोशिश करते हैं कि आपातकालीन वाहनों को रास्ता दिया जाए जिसमें उसमें बैठे पेशेंट को तुरंत इलाज मिल सके और वह सकुशल रहे।
आज के समय में आपातकालीन वाहनों को रास्ता देना मानवीय जिम्मेदारी ही नहीं कानूनन भी जरूरी है मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अनुसार आपातकालीन वाहनों को साइड और रास्ता देना जरूरी है अगर कोई यह साइड और रास्ता नहीं देता है तो उसे 6 महीने का कारावास या ₹10000 जुर्माना या दोनों से दंडित किया जा सकता है।
Traffic Side Rule Check
आपातकालीन वाहन को रास्ता देने के लिए सावधानी बरतें जब आप सड़क पर सायरन और लाइट सुने या देखे तो तुरंत सड़क के किनारे खड़े हो जाए और आपातकालीन वाहन को गुजरने दे, आपातकालीन वाहन को रास्ता देते समय यह ध्यान रखें कि आप सुनिश्चित स्थान पर ही खड़े हो अन्य वाहनों को भी बताएं एंबुलेंस आने पर अन्य वाहनों को भी रास्ता देने के लिए संकेत दिन याद रखें एंबुलेंस को रास्ता देना ना केवल एक कानून है बल्कि एक मानवीय कर्तव्य भी आपका बनता है।