भारत में इन दिनों मौसम का मिजाज काफी बदल रहा है। कुछ राज्यों में बारिश और बर्फबारी की संभावना है, तो कुछ हिस्सों में लू और उमस का दौर जारी रहेगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में आगामी दिनों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। इसके साथ ही, उत्तर पंजाब, सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश में भी बारिश देखने को मिल सकती है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और तमिलनाडु में भी बादल बरसने के आसार हैं, जिससे वातावरण में ठंडक बनी रहेगी।

उत्तर भारत में 12 से 15 मार्च के बीच बारिश की संभावना जताई गई है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और उत्तर राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है। वहीं, उत्तर मध्य प्रदेश में 13 और 14 मार्च को हल्की बारिश होने की संभावना है, जो किसानों के लिए राहत भरी हो सकती है। दक्षिण भारत में भी मौसम में बदलाव देखा जाएगा। केरल और लक्षद्वीप में 11 और 12 मार्च को मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे नमी में वृद्धि होगी और कुछ क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन सकती है।
वहीं, दूसरी ओर पश्चिमी और तटीय इलाकों में गर्मी बढ़ने के संकेत हैं। मौसम विभाग ने बताया है कि कोंकण, गोवा और तटीय कर्नाटक में 10 और 11 मार्च को उमस भरा मौसम बना रहेगा, जिससे लोगों को परेशानी हो सकती है। गुजरात, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों में 10 से 12 मार्च के बीच लू चलने की संभावना है, जिससे तापमान में बढ़ोतरी होगी और लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत होगी।
इन बदलते मौसमीय परिस्थितियों का असर आम जनजीवन पर पड़ सकता है। जहां बारिश और बर्फबारी वाले क्षेत्रों में लोगों को ठंड और जलभराव की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, वहीं गर्मी और लू प्रभावित इलाकों में सावधानी बरतने की जरूरत होगी। मौसम विभाग ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे अपने क्षेत्र के मौसम पूर्वानुमान पर ध्यान दें और आवश्यक एहतियात बरतें ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके।